अभिक्रिया $A + B \to $उत्पाद, के लिये यह पाया गया कि अभिक्रिया का वेग सान्द्रण $A $ के समानुपाती है लेकिन यह $B $ के सान्द्रण से स्वतन्त्र है, तब
अभिक्रिया की कोटि $2$ और आण्विकता $1$ है
अभिक्रिया की आण्विकता $ 2 $ और कोटि $1$ है
कोटि $ 2 $ है और आण्विकता $ 2$ है
अभिक्रिया की कोटि $ 2 $ लेकिन आण्विकता शून्य है
$2 NO ( g )+ Cl _{2}( g ) \rightleftharpoons 2 NOCl ( s )$
इस अभिक्रिया का $-10^{\circ} C$ पर अध्ययन कर निम्न आंकडें प्राप्त हुए
प्रेक्षण | $[ NO ]_{0}$ | $\left[ Cl _{2}\right]_{0}$ | $r _{0}$ |
$1$ | $0.10$ | $0.10$ | $0.18$ |
$2$ | $0.10$ | $0.20$ | $0.35$ |
$3$ | $0.20$ | $0.20$ | $1.40$ |
$[ NO ]_{0}$ तथा $\left[ Cl _{2}\right]_{0}$ आरंभिक सान्द्रतायें हैं तथा $r _{0}$ आरंभिक अभिक्रिया दर है। अभिक्रिया की सम्पूर्ण कोटि है.............। (निकटतम पूर्णांक में)
क्लोरीन परमाणुओं की उपस्थिति में, ओजोन की ऑक्सीजन परमाणुओं से अभिक्रिया निम्नलिखित द्विपदीय प्रक्रम द्वारा होती है।
${O_3}(g)\, + \,C{l^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + Cl{O^ * }(g)$ ..... $(i)$ $[{K_i} = 5.2 \times {10^9}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
$Cl{O^ * }(g) + {O^ * }(g)\, \to \,{O_2}(g) + \,C{l^ * }(g)$ ..... $(ii)$ $[{K_{ii}} = 2.6 \times {10^{10}}\,\,L\,mo{l^{ - 1}}\,{s^{ - 1}}]$
कुल अभिक्रिया $O _{3}( g )+ O ^{\bullet}( g ) \rightarrow 2 O _{2}( g )$ का निकटतम वेग नियतांक है।
अभिक्रिया $RCl + NaOH(aq) \to ROH + NaCl$ के लिये दर-नियम, दर $ = {K_1}[RCl]$ द्वारा दिया गया है, तो अभिक्रिया की दर होगी
आभासी एकाण्विक अभिक्रिया का उदाहरण है
अभिक्रिया $A + B$ $\rightleftharpoons$ $AB$ में जब $A$ का सान्द्रण दुगना करते हैं, तो अभिक्रिया वेग कितना हो जायेगा